Ashutosh_Shukla
- 13 Posts
- 95 Comments
मै ह्रदय तुम्हारे जा पाऊँ
तो देख लूँ इतना..
वहाँ क्या और है कोई?
जो प्यारा है तुम्हे इतना..
जो तुमको टूट के चाहे,
हमेशा बस तुम्हे सोंचे..
कि तेरा साथ पाने को
क्या काफी है नहीं इतना?
कि तेरा साथ पाने को
पड़ेगा और करना क्या?
कि ये दूरी मिटाने को
पड़ेगा और करना क्या?
कि मेरी आरजू अब तुम
ही बनकर रह गयी रहबर
तेरे बिन जिंदगी है क्या
बिना तेरे है मरना क्या?
कि इस मगरूरियत को दिल से
इक दिन फेंक कर देखो,
तड़प कि आग में तुम भी
सनम दिल सेंक कर देखो
न हो जाये तुम्हे भी इश्क़ तो
कहना मेरे दिलबर…
कि मेरी आँख से अपने
नयन तुम देख कर देखो..
Read Comments